ड्राई फ्रूट्स (Dry Fruits) के तौर पर काजू (Cashew) का इस्तेमाल लगभग सभी घरों में किया जाता है. ज्यादातर ड्राईफ्रूट्स की तारीस गर्म है यही वजह है कि सर्दियों का मौसम शुरू होते ही ड्राई फ्रूट्स और उससे बनने वाले आइटमों का काफी प्रयोग किया जाने लगता है. घर में बनने वाले फूड आइटम्स की बात हो या फिर स्नैक्स ही क्यों न हो रोस्टेड ड्राई फ्रूट्स काफी यूज किए जाते हैं. आज हम आपको ड्राई फ्रूट्स के तौर पर सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले काजू (Kaju) के बारे में कुछ जरूरी बातें बताने जा रहे हैं
इन सर्दियों में आपने अगर काजू खाना शुरू कर दिया है फिर चाहे वो किसी फूड आइटम के तौर पर हो या रोस्टेड काजू के तौर पर. शरीर को इससे होने वाले फायदों के बारे में जरूर जानें. साथ ही ये भी जान लें कि काजू का ज्यादा सेवन सेहत को नुकसान भी पहुंचा सकता है. मेडिकल न्यूज टुडेकी खबर के अऩुसार USDA के डाटाबेस के हिसाब से 28 ग्राम काजू में 157 कैलोरी, 8.56 कार्बोहाइट्रेड, 1.68 ग्राम शुगर, 0.9 ग्राम फाइबर, 5.17 ग्राम प्रोटीन, 12.43 ग्राम फैट सहित अन्य तत्व मौजूद होते हैं
काजू के फायदे ड्राई फ्रट्स के तौर पर सर्दियों में काजू का इस्तेमाल शरीर को कई फायदे पहुंचाता है. अगर आप हेल्दी डाइट लेने के साथ पर्याप्त तौर पर फिजिकल एक्सरसाइज भी करते हैं तो सर्दियों के सीजन में ये सेहत के लिहाज से काफी फायदेमंद हो सकता है.
- हार्ट हेल्थ – काजू के अंदर मोनोसेचुरेटेड और पॉलीअनसेचुरेटेड फैटी एसिड पाया जाता है जो कि एलडीएल कोलेस्ट्रॉल (LDL Cholesterol) और ट्रिगलाईसेरिड (Triglyceride) के लेवल को कम करने में मदद करता है. इससे कार्डियोवस्कुलर डिसीस, स्ट्रोक और हार्ट अटैक का खतरा काफी कम हो जाता है.
2. वजन रहता है कंट्रोल – ड्राई फ्रूट्स खासतौर पर काजू को लेकर यह धारणा है कि इसे खाने से वजन तेजी से बढ़ता है. हालांकि स्टडी के मुताबिक रोजाना काजू खाने से वजन नहीं बढ़ता है बल्कि यह हेल्दी वैट को मेंटेन करने में मदद कर सकती है.
- गाल ब्लैडर – नियमित तौर पर काजू कका सेवन करने से गाल ब्लैडर की सर्जरी का रिस्क काफी कम हो जाता है. सालों तक किए गए अध्ययन में ये सामने आया है कि जिन महिलाओं ने एक हफ्ते में 5 औंस काजू का सेवन किया था उनमें Cholecystectomy का रिस्क हफ्ते में 1 औंस से कम काजू खाने वाली महिलाओं की तुलना में काफी कम था.
4. हड़्डियों को फायदा – शरीर में अगर तांबे की कमी होती है तो हड़्डियों से संबंधित कई बीमारियों के होने का खतरा होता है. इससे लोवर बोन मिनेरल डेंसिटी की वजह से ओस्टियोपोरोसिस होने का खतरा भी बढ़ जाता है. काजू के अंदर पर्याप्त मात्रा में कॉपर मौजूद होता है. ऐसे में वह हड्डियों की कई बीमारियों से बचाने में मदद करता है.
1 comment
Muchas gracias. ?Como puedo iniciar sesion?