समय पर नाला बंधान के कार्यों का सुफल, खेती को मिली संजीवनी

by sadmin

दुर्ग। इस साल अगस्त महीने तक कमजोर मानसून की स्थिति को देखते हुए कलेक्टर डा. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने नाला बंधान का काम समय से पूर्व कर लेने के निर्देश दिये थे। इसका सुफल ग्रामीण क्षेत्रों में मिला है। सितंबर माह के पूरे पखवाड़े में अच्छी बारिश हुई। नाला बंधान का कार्य समय पर हो जाने के चलते इस पानी को रोक पाना संभव हुआ और नाले के आसपास के खेतों के लिए यह पानी संजीवनी साबित हुआ। धमधा ब्लाक के ग्राम अछोटी के किसानों ने बताया कि नाला बंधान का कार्य नजदीकी खेतों के लिए संजीवनी साबित हुआ है। खेतों को पर्याप्त मात्रा में पानी पहुँचा। खरीफ फसल के लिए यह पानी जरूरी था, बारिश के पानी के साथ ही नाला बंधान से रूका पानी खेतों तक पहुँचा और किसानों के लिए संजीवनी की तरह साबित हुआ। ग्राम ओटेबंध के ग्रामीणों ने बताया कि नाला बंधान का कार्य हमारे गाँव में हुआ है। तकनीकी सहायक धमधा करुणाकर सिंह ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में नाला बंधान का कार्य व्यापक पैमाने पर किया गया। इस कार्य के अच्छे परिणाम सामने आये हैं नालों के पास के किसान बहुत खुश हैं। सितंबर माह के प्रथम पखवाड़े में हुई अच्छी बारिश से भी यह काम सफल हुआ। ग्राम पंचायत डूमर के ग्रामीणों ने बताया कि नाला बंधान के कार्य से अच्छा खासा पानी संग्रहित हुआ है। नाला बंधान से आसपास के खेतों को पानी तो मिलता ही है भूमिगत जल का स्तर भी बढ़ जाता है। इस तरह बढा हुआ जलस्तर रबी फसल के लिए काफी उपयोगी होता है। जिला पंचायत सीईओ सच्चिदानंद आलोक ने बताया कि इस साल अगस्त महीने में बारिश की कमजोर स्थिति को देखते हुए कलेक्टर महोदय की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक ली गई थी। इसमें विस्तार से इस बारे में चर्चा की गई थी कि फसल की बेहतरी के लिए क्या कदम उठाये जा सकते हैं। बैठक में नाला बंधान के कार्यों को शीघ्र कर लेने का निर्णय हुआ, इसके बाद ग्रामीण क्षेत्रों में पूरे उत्साह से यह कार्य संपन्न कर लिया गया।

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