डेंगू से बचाव और मच्छर उन्मूलन के लिए निगम ने छेड़ा बड़ा अभियान, अब तक 97111 घरों का हो चुका है सर्वे

by sadmin

-भिलाई निगम द्वारा प्रतिदिन डेंगू नियंत्रण पर फोकस
दक्षिणापथ, भिलाई नगर।
डेंगू से बचाव और मच्छरों के उन्मूलन के लिए भिलाई निगम ने एक बड़ा अभियान छेड़ दिया है! अब तक 97111 घरों का सर्वे किया जा चुका है! सर्वे के दौरान टेमीफास् वितरण एवं रिफलिंग, जन जागरूकता के लिए पंपलेट का वितरण, कूलर, गमला, टायर एवं अन्य पात्रों की जांच, फागिंग, घरों के आसपास के क्षेत्र की नाली की सफाई, ब्लीचिंग एवं चूने का छिड़काव, जलजमाव वाले स्थानों में मलेरिया आयल का छिड़काव, मच्छरों का खात्मा करने के लिए मेलाथियान का छिड़काव, मच्छर के लार्वा को समाप्त करने के लिए टेमीफास् का उपयोग, डेंगू एवं मलेरिया से पीड़ित की जानकारी आदि गतिविधियों को सर्वे के दौरान विशेष अभियान चलाकर अंजाम दिया जा रहा है। मच्छरों से होने वाली बीमारियों के रोकथाम हेतु भिलाई निगम द्वारा हर संभव प्रयास किया जा रहा है। प्रतिदिन शाम होते ही निगम का अमला गली-मोहल्लों में हैण्ड मशीन व व्हीकल माउंटेन से फाॅगिंग कार्य कर रहे हैं, कुआं, नलकूप, बोरिंग के समीप एवं अन्य पानी जमाव वाले स्थानों की सफाई कराकर चूना व ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कर रहे है, तथा अधिक पानी जमा वाले स्थानों पर मलेरिया ऑयल का उपयोग कर रहे हैं।

एडल्ट मच्छरों को समाप्त करने के लिए मैलाथियान का छिड़काव किया जा रहा है साथ ही निगम की टीम एवं मितानीनें घरों में जाकर जागरूकता हेतु पाम्प्लेटस वितरण के साथ ही सर्दी, खांसी व बुखार से पीड़ित मरीजों को तत्काल चिकित्सकीय परामर्श लेने की सलाह दे रही है। भिलाई निगम प्रशासक एवं कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे तथा निगम आयुक्त ऋतुराज रघुवंशी ने डेंगू, मलेरिया जैसे बीमारियों से बचाव के लिए निगम की टीम को गंभीरता से कार्य करने निर्देश दिए है! निगमायुक्त कार्यों का फीडबैक लेते हुए मौके पर जाकर निरीक्षण कर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दे रहे हैं। स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेन्द्र मिश्रा ने बताया कि मूल रूप से डेंगू मच्छरों के लार्वा को नष्ट करना आवश्यक है ताकि यह मच्छर के रूप में तब्दील न हो पाए इसलिए जलजमाव वाले स्थानों में मलेरिया ऑयल का उपयोग किया जा रहा है! कूलर, टायर, गमला एवं अन्य अनुपयोगी पात्रों में टेमीफास् का उपयोग लार्वा को नष्ट करता है! जागरूकता अपनाते हुए सोते समय हमेशा मच्छरदानी का उपयोग, आसपास साफ-सफाई, पात्रों में एवं समीपस्थ स्थलों में जलजमाव न होने देना, आवश्यकता अनुसार टेमीफास् का उपयोग डेंगू नियंत्रण में मददगार साबित होगा! सर्वे के दौरान लार्वा मिलने पर जुर्माना की कार्यवाही की जा रही है अभी तक 31 घरों से 27850 रुपए अर्थदंड लिया जा चुका है! लापरवाही बरतने वाले ऐसे लोगों पर अर्थदंड की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।

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