दक्षिणापथ, दुर्ग। अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा के दुर्ग जिला अध्यक्ष राकेश यादव ने कहा है कि छत्तीसगढ़ मे यादवों को जनसंख्या के हिसाब से महत्व नहीं मिल रहा हैं। यादवों के पैतृक व्यवसाय गौ पालन, दुग्ध उत्पादक से दूर होते जा रहे हैं। इसका सबसे बडा कारण छत्तीसगढ़ मे यादवों को उनके अधिकार से दूर रखा जा रहा है, आज गढबो नवा छत्तीसगढ़ के तर्ज पर जहां सभी समाज को ध्यान में रखते हुए। उनके पैतृक व्यवसाय के अनूरूप जैसे मतस्य विभाग, निषाद समाज को अध्यक्ष बनाया गया। केश बोर्ड का गठन किया नाई समाज को महत्व दिया गया, तेलघानी बोर्ड का अध्यक्ष साहू समाज को, हस्त शिल्प बोर्ड का गठन कर देवांगन समाज को, शाकंभरी योजना मे पटेल समाज और माटी कला बोर्ड मे कुम्हार समाज का अध्यक्ष व पदाधिकारी हैं। मगर यादवों के गौ सेवा आयोग व राज्य दुग्ध संघ का गठन पूरी ईमानदारी से छत्तीसगढ़ राज्य सरकार ने किया मगर इन दोनों के प्रदेश अध्यक्ष यादव समाज से नहीं बनाया गया। राज्य दुग्ध संघ के अध्यक्ष वर्तमान में विपिन साहू, धमतरी व गौ सेवा आयोग का अध्यक्ष महंत डां.रामसुंदर दास को बनाया गया है जिसके कारण आज छत्तीसगढ़ के 16 प्रतिशत विशाल जनसंख्या वाला यादव समाज सरकार के रीति-नीति से नाराज हैं। अगर एैसा ही गढबो नवा छत्तीसगढ़ का कार्यशैली रहा तो यादव समाज आगामी नगर निगम, पंचायत, विधायक और सांसद चुनाव अपने दम पर जय यादव-जय माधव उद्घोष के साथ चूनाव मैदान में उतरकर ताल ठोगेगी। यादव समाज अपने साथ अन्य वर्गो को साथ लेकर तब तक लडाई लडेगी जब तक हम यादवों को हमारा पूर्ण अधिकार न मिल जाये।

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