दक्षिणापथ, दुर्ग।छत्तीसगढ़ राज्य माटी कला बोर्ड के नवनियुक्त अध्यक्ष एवं शिल्प ग्राम थनोद के प्रसिद्ध शिल्पकार बालन चक्रधारी ने वरिष्ठ कांग्रेस विधायक एवं छत्तीसगढ़ राज्य भंडारगृह निगम अध्यक्ष अरुण वोरा से मुलाकात कर आभार जताया। वोरा ने उन्हें बधाई देते हुए कहा कि 15 वर्षों से छत्तीसगढ़ की मूल संस्कृति विलुप्त होने के कगार पर थी किन्तु भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार आने के साथ ही प्रदेश अपने अस्तित्व की ओर वापस लौट रहा है। पौनी पसारी योजना, हॉट बाजार योजना आदि प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण करने वाले कदम हैं। नई पीढ़ी को छत्तीसगढ़ की संस्कृति से जोड़ने का काम लगातार जारी रखने में माटीकला बोर्ड का विशेष योगदान रहेगा। दुर्ग नगरीय क्षेत्र में जिस तरह लोक कला मार्ग का निर्माण कर राउत नाचा, सुआ नृत्य, योद्धा नर्तन आदि के प्रति जिज्ञासा पैदा हुई है उसी तरह बस्तर आर्ट के लिए भी लोगों में रुझान जगाने का प्रयास किया जाएगा। श्री वोरा ने बस्तर गैलेरी के रूप में कलाकृति लगाने विधायक निधि से 15 लाख की घोषणा भी की।
गौरतलब है कि विधायक वोरा ने ही विज्ञान भवन के सामने बड़ी राशि देकर छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक झलकियों वाले लोककला मार्ग हेतु राशि स्वीकृत की थी। जिसका पूरा निर्माण ग्राम थनोद के ही शिल्पियों द्वारा किया गया है। इसके अलावा प्रतिवर्ष वोरा निवास में विराजने वाले गणपति की प्रतिमा भी ग्राम थनोद से ही लाई जाती है। बालन चक्रधारी ने कद्दावर कांग्रेसी नेता रहे श्री मोतीलाल वोरा को याद करते हुए कहा कि शिल्प ग्राम का दर्जा दिलाने हेतु बाबूजी द्वारा किए गए प्रयासों को भुलाया नहीं जा सकता। सांसद रहते हुए आदर्श ग्राम बनाने थनोद में वोरा परिवार द्वारा कई विकास कार्य कराए गए हैं जिसके लिए ग्राम सदैव आभारी रहेगा।
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