दक्षिणापथ। गर्भवती महिलाओं का हर दिन चुनौतीपूर्ण और मुश्किलों से भरा होता है, क्योंकि इस दौरान उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इन्हीं समस्याओं में से एक है पीठ में दर्द होना। हालांकि, गर्भावस्था के दौरान पीठ में दर्द होना सामान्य बात है, लेकिन फिर भी इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। इसलिए आज हम कुछ ऐसे घरेलू नुस्खे बताने जा रहे हैं, जिनको अपनाकर गर्भवती महिलाएं पीठ दर्द से जल्द राहत पा सकती हैं।
पीठ की करें सिकाई
गर्भावस्था के दौरान पीठ दर्द से छुटकारा पाने के लिए पीठ की सिकाई करना एक अच्छा घरेलू नुस्खा है। इसके लिए गर्भवती महिला गर्म या ठंडे पानी से अपनी पीठ की सिकाई कर सकती है। समस्या से राहत पाने के लिए गर्भवती महिला एक कंप्रेस बैग में गर्म या ठंडे पानी को भरकर इसे दर्द वाली जगह पर रखे। दिन में कम से कम चार बार 20-30 मिनट तक सिकाई करने से पीठ दर्द की समस्या दूर होने लगेगी।
सेंधा नमक आएगा काम
सेंधा नमक में मैग्नीशियम और सल्फेट जैसे पोषक तत्व सम्मिलित होते हैं, जो दर्द निवारक की तरह काम करते हैं। इसलिए गर्भवती महिला पीठ के दर्द से राहत पाने के लिए इसका इस्तेमाल भी कर सकती है। राहत के लिए सेंधा नमक के पानी से नहाएं। इसके अलावा, पीठ दर्द की समस्या से राहत पाने के लिए सेंधा नमक को गर्म पानी में मिलाकर उसमें तौलिये को भिगोएं और फिर इसे निचोड़कर प्रभावित जगह पर लगाएं।
लैवेंडर के तेल से करें मालिश
सदियों से किसी भी तरह के शारीरिक दर्द से तुरंत राहत पाने के लिए तेल मालिश का सहारा लिया जाता रहा है। गर्भवती महिला भी अपने पीठ दर्द को दूर करने के लिए तेल मालिश को अपना सकती है। राहत पाने के लिए प्रभावित जगह पर लैवेंडर के तेल से तब तक मालिश करें जब तक कि तेल त्वचा में अच्छे से अवशोषित न हो जाए। इस प्रक्रिया को कुछ दिनों तक ऐसे ही दोहराते रहें।
एक्यूपंक्चर भी है कारगर
गर्भावस्था के दौरान पीठ दर्द की समस्या से राहत दिलाने में एक्यूपंक्चर की प्रक्रिया भी बहुत कारगर साबित हो सकती है। इसका इस्तेमाल दुनिया के कई देशों में किया जाता है। एक्यूपंक्चर के अलावा एक्यूप्रेशर भी दर्द से राहत देने में उपयोगी होता है, लेकिन इसका इस्तेमाल किसी एक्सपर्ट द्वारा ही किया जाना चाहिए। वहीं, गर्भावस्था में एक्यूपंक्चर अथवा एक्यूप्रेशर का इस्तेमाल करने से पहले महिलाएं अपने चिकित्सक की राय जरूर लें।
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