–कलेक्टर ने दिये समीक्षा बैठक में निर्देश, सहकारी बैंक के प्रंबधन की ओर से दी जाएगी सहायता राशि
-एनएच के अधिकारियों से पूछा गड्ढों की मरम्मत के लिए क्या कर रहे
दक्षिणापथ,दुर्ग। नंदौरी धान खरीदी केंद्र में अपने कर्तव्य निभाते हुए जान गंवाने वाले चौकीदार स्व. श्री हरिशंकर वर्मा के परिजनों को सहकारी बैंक प्रबंधन की ओर से सहायता राशि दी जाएगी। कलेक्टर ने आज इस संबंध में निर्देश प्रबंधन को दिये। कलेक्टर ने कहा कि अपनी ड्यूटी को पूरी ईमानदारी से स्व. श्री वर्मा ने निभाया। यदि वे शासकीय कर्मचारी होते तो शासकीय नियमों के अनुसार उन्हें राहत दी जा सकती थी लेकिन चूँकि ऐसा नहीं है अतः बैंक अपने दायित्व का निर्वाह करते हुए पीड़ित परिवार को सहायता राशि प्रदान करें। उल्लेखनीय है कि बीते दिनों नंदौरी धान खरीदी केंद्र में जब स्वर्गीय हरिशंकर ड्यूटी में थे, तब खरीदी केंद्र में साढ़े सात लाख रुपए की राशि नहीं मिली और श्री हरिशंकर के सिर पर चोट के निशान मिले जिससे उनकी मृत्यु हो गई। ऐसा अनुमान है कि हरिशंकर ने इन पैसों की चोरी का प्रतिरोध किया होगा और इसकी वजह से उन्हें शारीरिक नुकसान पहुँचाया गया। इस संबंध में जानकारी देते हुए बैंक के सीईओ पंकज सोढ़ी ने बताया कि कलेक्टर डाॅ. भुरे के निर्देश पर कार्रवाई आरंभ कर दी गई है। आज समीक्षा बैठक के दौरान नगर निगम भिलाई आयुक्त ऋतुराज रघुवंशी, अपर कलेक्टर सुश्री नूपुर राशि पन्ना, रिसाली निगम आयुक्त प्रकाश सर्वे, अपर कलेक्टर बीबी पंचभाई सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
गड्ढों को भरने के लिए क्या कर रहे हैं पूछा एनएच के अधिकारियों से- बैठक में कलेक्टर ने एनएच के अधिकारियों से पूछा कि अब तक एनएच के गड्ढों को भरने के लिए क्या किया है। अधिकारियों ने बताया कि एक बड़े गड्ढे को भरा जा चुका है तथा फीलिंग मशीन के माध्यम से शेष गड्ढों को भी भरा जा रहा है। कलेक्टर ने पीडब्ल्यूडी एवं निगम के अधिकारियों को भी निरंतर सड़कों के गड्ढों की मानिटरिंग के निर्देश दिये।
शहरी गौठानों में भी बनेंगे चारागाह, नैपियर की फसल कौन काटेगा, कब काटेगा, सब कुछ होगा कार्ययोजना से तय- कलेक्टर ने बैठक में कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में सभी गौठानों में चारागाह अनिवार्य हैं। शहरी गौठानों में भी चारागाह के लिए जमीन आरक्षित करें और यहाँ पर नैपियर घास लगाएं। उन्होंने कहा कि नैपियर घास का प्रभावी उपयोग हो, इसके लिए फसल कब काटी जाएगी, कौन इसे काटेगा, इसके लिए पूरा होमवर्क कर लें ताकि नैपियर घास का प्रभावी उपयोग हो सके। कलेक्टर ने कहा कि गौठानों में आजीविका मूलक गतिविधि आरंभ करने के उद्देश्य से मुर्गीपालन और मत्स्यपालन के लिए डबरी आदि की योजनाएं आरंभ की गई थीं। इन्हें प्रोत्साहन देते रहें और अन्य गौठानों में भी इन्हें आरंभ करें। नस्ल सुधार के लिए विशेष रूप से उन्होंने पशुधन विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये।
–कोविड की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए तैयारियाँ- कलेक्टर ने कोविड की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए की जा रही प्रशासनिक तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने आक्सीजन पाइपलाइन और सिलेंडर जैसी अधोसंरचना से जुड़ी जरूरतों के साथ ही आवश्यक हेल्थ स्टाफ की जानकारी भी ली तथा इस संबंध में युद्धस्तर पर कार्य करने अधिकारियों को निर्देशित किया।
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