-स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने स्वास्थ्य सेवाएं, चिकित्सा शिक्षा तथा आयुष विभाग के कार्यों की समीक्षा की
नए मेडिकल कॉलेजों में पर्याप्त संख्या में फैकल्टी एवं अन्य स्टॉफ का सेट-अप स्वीकृत कराने के दिए निर्देश
दक्षिणापथ, रायपुर। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने आज वरिष्ठ विभागीय अधिकारियों के साथ स्वास्थ्य सेवाएं, चिकित्सा शिक्षा और आयुष विभाग के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने मंत्रालय (महानदी भवन) में आयोजित बैठक में स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए मजबूत अधोसंरचना के साथ ही मानव संसाधन बढ़ाने पर जोर दिया। श्री सिंहदेव ने कांकेर, महासमुंद और कोरबा में शुरू हो रहे नए मेडिकल कॉलेजों में पर्याप्त संख्या में फैकल्टी एवं अन्य स्टॉफ का सेट-अप स्वीकृत कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इससे इन कॉलेजों के सुचारू संचालन के साथ ही नेशनल मेडिकल कमीशन की मान्यता हासिल करने में सहायता मिलेगी। स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला और सचिव श्रीमती शहला निगार भी समीक्षा बैठक में मौजूद थीं। स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने तीनों विभागों स्वास्थ्य सेवाएं, चिकित्सा शिक्षा और आयुष विभाग के अधीन सभी संस्थानों में पात्र अधिकारियों-कर्मचारियों की पदोन्नति की प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने इन विभागों में संविदा या अनुबंध वाले स्टॉफ के स्थान पर नियमित अधिकारियों-कर्मचारियों की नियुक्ति को प्राथमिकता देने कहा। श्री सिंहदेव ने डॉक्टरों को अपने पदस्थापना वाले स्थानों में मौजूद रहकर सेवाएं देने को कहा है। उन्होंने प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में पदस्थ डॉक्टरों की जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य मंत्री ने नर्सिंग होम एक्ट और पीसीपीएनडीटी एक्ट के क्रियान्वयन की भी जानकारी ली। उन्होंने दूसरे राज्यों के नर्सिंग होम एक्ट का अध्ययन कर प्रदेश में इसकी कमियों और खामियों को दुरूस्त करने कहा। संचालक, स्वास्थ्य सेवाएं श्री नीरज बंसोड़ ने समीक्षा बैठक में बताया कि प्रदेश में अभी 113 उप स्वास्थ्य केंद्रों, 60 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और 13 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के लिए नए भवन के निर्माण का काम प्रगति पर है। छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कॉर्पोरेशन (सीजीएमएससी) द्वारा इनका निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि राज्य में 58 लाख 27 हजार 384 परिवारों के एक करोड़ 32 लाख 95 हजार 235 सदस्यों के आयुष्मान कॉर्ड बनाए जा चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग के आयुक्त डॉ. सी.आर. प्रसन्ना, चिकित्सा शिक्षा विभाग के संचालक डॉ. आर.के. सिंह, आयुष विभाग के संचालक डॉ. जीएस बदेशा, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला, संचालक महामारी डॉ. सुभाष मिश्रा तथा सीजीएमएससी के प्रबंध संचालक कार्तिकेय गोयल भी बैठक में उपस्थित थे।
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