दुर्ग। नव वर्ष के प्रथम दिवस पर दुर्ग शहर के महामरा एनीकेट पर आयोजित शिवनाथ महोत्सव में हजारों लोगों ने शिरकत की,शहर में मोदी आर्मी संगठन द्वारा आयोजित इस तरह का आयोजन दुर्ग शहर के लिए अपने आप में नया इसलिए भी था क्यूंकि ऐसा आयोजन बड़े महानगरों या बनारस,हरिद्वार में ही देखा जाता है,शिवनाथ महोत्सव में एक साथ 11000 दीपदान किया गया जो सोशल मीडिया में भी खूब वायरल हो रहा है,इसके साथ ही महाआरती भी गंगा तट की भांति ही किया गया जो शहर वासियों के लिए अद्भुत था जिसमे 11 पंडितो द्वारा पूर्ण रूप से विधिविधान के द्वारा 11 महाआरती एकसाथ की गई,आयोजन में राज्यसभा सांसद सुश्री सरोज पाण्डेय जी भी पहुंची जिन्होंने कार्यक्रम की रूप रेखा और भव्य आयोजन को देखकर मोदी आर्मी को ऐतिहासिक आयोजन के लिए बधाई दी,राज्यसभा सांसद को अपने बीच पाकर महोत्सव में पहुंचे लोग भी गद गद हो गए और नवयुवकों सहित युवतियों में सेल्फ़ी लेने की होड़ मच गई,शिवनाथ महोत्सव में मेले का स्वरूप भी देखने मिला जब बच्चों के लिए झूले जमपिंग तो लगे ही साथ ही बड़ी संख्या में छोटे स्टाल भी लगे जो अपने आप में कार्यक्रम की सफ़लता दर्शाता है, इसके साथ ही छत्तीसगढ़ मंच के कलाकारों ने पूरे दिन भर मंच के संयोजक ईश्वर राजपूत जी के साथ शिवनाथ महोत्सव में पहुंचे लोगों का अपने संगीत और नृत्य से खूब मनोरंजन किया, श्रोताओं ने भी सभी कलाकारों का हौसला अफजाई किया, बड़ी संख्या में पहुंचे लोगों में सभी उम्र के लोग नजर आए जिसमें बच्चों के साथ बुजुर्गो ने शिवनाथ महोत्सव का भरपूर आनंद लिया,नदी तट पर स्थित शिवशक्ति के मंदिर को भी मोदी आर्मी ने भव्य रूप से सजाया जिसमें भोलेनाथ जी को दूल्हे का स्वरूप दिया गया, सुबह से ही शिवनाथ महोत्सव में लोग पहुंचने लगे थे जो अनवरत कार्यक्रम के अंत तक डटे रहे, शिवनाथ तट पर शिवनाथ सरोवर का एक इलेक्ट्रिक लाइट बोर्ड भी स्थाई रूप से लगाया गया है जिसमें शंकर जी के फोटो के साथ बड़े ही आकर्षक तरीके के साथ शिव नाथ सरोवर लिखा हुआ जो तट पर पहुंचने वालों के लिए सेल्फ़ी लेने का माध्यम बनते जा रहा है।
आयोजन का समापन बेहद आकर्षक ढंग से हुए आतिशबाज़ी के की गई, ऐसी आतिशबाज़ी बड़े आयोजनों पर ही देखी जाती रही है जो दुर्ग शहर के लिए संभवतः पहली बार ही थी, इस संदर्भ में मोदी आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष वरुण जोशी ने कहा इस आयोजन के पीछे हमारा उद्देश्य 22 वर्षों से लीज पर दी गई शिवनाथ नदी के मुक्त होना है, हमारी जीवन दायिनी पवित्र नदी के लीज पर दिए जाने पर देश भर में समय समय पर मीडिया से जुड़े बंधुओं और समाज सेवकों द्वारा लगातार विरोध दर्ज़ कराया गया, किन्तु उस वक्त हम उस विरोध सम्मिलित नहीं हो पाए किन्तु आज हमारे लिए यह गर्व और खुशी का विषय था कि यह नदी लीज मुक्त हो चुकी है,इसलिए ही हमने यह आयोजन किया और नए वर्ष के प्रथम दिन को चुना ताकि सभी के लिए यह दिन बेहतरीन हो,इस सफ़ल कार्यक्रम की बधाई और आभार में सभी शहर वासियों सहित अपने मित्रों को दूंगा जिन्होंने इस आयोजन को शानदार बनाया!
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