-कुथरेल की नवज्योति स्व-सहायता समूह एवं उमरपोटी की नारी शक्ति समूह ने बनाई पहचान
-आकर्षक डिजाइनिंग राखी एवं आर्टिफिशियल ज्वेलरी बनाकर कर रही है, अच्छी आमदनी
दक्षिणापथ, दुर्ग। महिला समूहों को सशक्त और स्वावलंबन बनाने का एक छोटा सा प्रयास उन्हें मजबूती के साथ आगे बढऩे की मंजिल दे रही है। ग्रामीण महिलाएं स्व-सहायता समूह का गठन कर अपना खुद का व्यवसाय कर अच्छी-खासी आय अर्जित कर रही है। जिले के ग्राम पंचायत कुथरेल की नवज्योति स्व-सहायता समूह एवं ग्राम पंचायत उमरपोटी की नारी शक्ति उमरपोटी ने पिछली सारी बाधाएं को पिछे छोड़कर सफलता के साथ आगे बढ़ रही है। इन महिला समूह के द्वारा रंग-बिरंगी आकर्षक राखी बनाकर विक्रय किया जा रहा है। समूह के द्वारा आर्टिफिशियल ज्वेलरी का निर्माण भी किया जाता है। समूह द्वारा बनाई गई डिजाइन राखी एवं आर्टिफिशियल ज्वेलरी लोगों का मन मोह ले रही है। जिससे हाथों-हाथ बिक्री हो रहा है। समूह की महिलाओं ने बताया कि साल भर पहले उनके पास केवल अपना घर-गृहस्थी का काम था। खाली समय में उनके पास काम करने का कोई साधन नही था। उन्होंने बताया कि जिला पंचायत के सीईओ एस आलोक एवं एडीओ सुश्री रेणुका कन्नौजे व सुश्री श्वेता यादव ने उन्हें समूह गठित कर व्यवसाय करने प्रेरित किया। एनआरएलएम बिहान योजना अंतर्गत समूूह की महिलाओं को 15 हजार रुपये सहायता राशि उपलब्ध कराया गया।
साथ ही समूह ने बैंक से एक लाख रुपये का ऋण लेकर व्यवसाय प्रारंभ किया। उन्होंने बताया कि छ: महीने में ही उन्होंने बैंक का ऋण जमा कर दिया। वे अभी दूसरी बार व्यवसाय को बढ़ाने के लिए एक-एक लाख रुपये ऋण ली है। उन्होंने बताया कि अभी जिस तरह से उनकी राखी की बिक्री हो रही है। उससे ऋण चुकाने के साथ ही महीने भर के अंदर कम से कम 50 हजार रुपये आमदानी अर्जित कर लेंगी। महिला समूहो के द्वारा सभी काम खुद के द्वारा किया जा रहा है। बाजार से कच्ची सामग्री का क्रय कर निर्माण, पैकेजिंग, मार्केटिंग का काम खुद कर रही है। उन्होंने व्यवसाय में हो रही इजाफा ओैर अपनी सामाज में पहचान स्थापित करने के लिए जिला पंचायत सहीत शासन की योजना का आभार व्यक्त किया है। समूह की महिलाओं ने कलेक्ट्रेट पहुंच कर कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे से भेंट की। कलेक्टर ने महिलाओं द्वारा बनाई गई राखी, एवं अन्य सामग्री को देखा। उन्होंने समूहों की प्रशंसा किया एवं राखी का क्रय का भी किया। महिलाओं ने जिला पंचायत पहुंचकर सीईओ एस आलोक से भी भेंट की। जिला पंचायत कार्यालय के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने 6 हजार रुपये का राखी का क्रय किया।