बेमेतरा. मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के अन्तर्गत 6 माह से 5 वर्ष तक के कुपोषित बच्चों एवं शिशुवती/गर्भवती माताओं को अतिरिक्त पोषण आहार प्रदाय किये जाने एवं निगरानी प्रबंधन संचालन के संबंध में कलेक्टर श्री विलास भोसकर संदीपान ने आज दोपहर महिला एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा बैठक ली। कलेक्टर ने विभागीय अधिकारियों से कहा कि जिले में कुपोषण दूर करने के लिए एक प्रभावी कार्य योजना तैयार किये जावें। इसके अलावा महिलाओं को एनिमिया से मुक्त कराने विशेष अभियान चलाया जाये। 9 मई से 10 जून तक आंगनबाड़ी केन्द्रवार सर्वे कर एनिमिक महिलाओं को चिन्हित करें। इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग की भी मदद ली जाये। दिवार पर नारा लेखन आदि के जरिए प्रचार-प्रसार कर कुपोषण/एनिमिया दूर करने हेतु लोगों को जागरुक करें। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के अन्तर्गत प्रदाय किये जा रहे सामग्री जिस गांव में आंगनबाड़ी केन्द्र है उसी गांव के स्व-सहायता समूह द्वार सामग्री प्रदाय किये जाने हेतु कलेक्टर द्वारा निर्देशित किया गया।
जिला कार्यक्रम अधिकारी म.बा.वि.श्री विद्याधर पटेल ने बताया कि जिले में 1079 आंगनबाड़ी केन्द्र संचालित हैं। जिले में कुपोषित बच्चों की चिन्हांकित संख्या 12325 है। डी.पी.ओ. ने अवगत कराया कि कुपोषित बच्चों को तीन दिन अण्डा, केला व तीन दिन चना गुड़ प्रदाय किया जा रहा है। शिशुवती माताओं को भी गर्म भोजन प्रदाय किया जाना प्रस्तावित है। कलेक्टर ने 6 माह से 5 साल तक के गंभीर कुपोषित बच्चों को जिला खनिज संस्थान न्यास (डीएमएफ) मद से तीन दिन अण्डा/केला व तीन दिन चना/गुड़ प्रदाय करने के निर्देश विभाग के अधिकारियों को दिए। डीएमएफ से इस योजना को 6 माह और संचालित करने हेतु निर्देशित किया गया। इसके अलावा 6 माह तक के लिए प्रति बच्चे के मान से खिचड़ी प्रदाय करने हेतु स्व-सहायता समूह को दिया जाना है। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्रीमती लीना मण्डावी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी, खनिज अधिकारी, महाप्रबंधक उद्योग, सहायक संचालक उद्यान, एसडीओ वन सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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