नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ कर रहे हैं। कार्यक्रम में पीएम मोदी ने भारत में बनी चीजों की दुनिया में डिमांड, एक्सपोर्ट में हासिल की उपलब्धि पर बात की। प्रधानमंत्री का रेडियो संबोधन हर महीने के आखिरी रविवार को होता है। उन्होंने हर बार की तरह इस बार के कार्यक्रम के लिए भी आम जनता से उनके सुझाव और शिकायतें मांगी थीं। लोगों ने भारी संख्या में अपनी शिकायतें-सुझाव सोशल मीडिया के माध्यम से पेश किए हैं। इस रेडियो कार्यक्रम की यह 87वीं कड़ी है। इसका सीधा लाइव प्रसारण आकाशवाणी, दूरदर्शन, प्रधानमंत्री कार्यालय तथा सूचना और प्रसारण मंत्रालय के यू-ट्यूब चैनल पर किया जाएगा। पीएम ने अपने कार्यक्रम में कहा कि हमारा देश ने 30 लाख करोड़ का निर्यात किया है जो कि ऐतिहासिक है। उन्होंने कहा कि भारत ने 400 अरब डॉलर के निर्यात का लक्ष्य हासिल कर लिया है। यह भारत की क्षमताओं को दर्शाता है। इसका मतलब है कि दुनिया में भारतीय सामानों की मांग बढ़ रही है। पीएम मोदी ने कहा कि एक समय में भारत से एक्सपोर्ट का आंकड़ा कभी 100 बिलियन, कभी डेढ़ सौ बिलियन तक हुआ करता था, आज भारत 400 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है। जिसका साफ मतलब ये है कि भारत में बने सामानों का डिमांड बढ़ रहा है संबोधन के दौरान पीएम ने बाबा शिवानंद का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि हाल ही में संपन्न हुए पद्म पुरस्कारों में आपने बाबा शिवानंद को देखा ही होगा, उनके जोश और फिटनेस को देखकर हर कोई हैरान था। उनका स्वास्थ्य देश में चर्चा का विषय है। उन्हें योग का शौक है। उन्होंने कहा कि हमने देखा होगा कि कतर के एक योग कार्यक्रम में 114 देशों ने भाग लेकर इतिहाक बना दिया। उन्होंने अपने संबोधन के दौरान स्टार्टअप वर्ल्ड का भी जिक्र किया। मन की बात में उन्होनें चंद्र किशोर पाटिल का जिक्र किया, उन्होंने कहा कि उनका स्वच्छता को लेकर किया गया काम सराहनीय है। वह गोदावरी नदी में लोगों को कचड़ा फेंकने से रोकते हैं। उन्होंने कहा कि पाटिल जी का ये काम लोगों के लिए प्रेरणा है। संबोधन के दौरान पीएम ने बाबा शिवानंद का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि हाल ही में संपन्न हुए पद्म पुरस्कारों में आपने बाबा शिवानंद को देखा ही होगा, उनके जोश और फिटनेस को देखकर हर कोई हैरान था। उनका स्वास्थ्य देश में चर्चा का विषय है। उन्हें योग का शौक है। उन्होंने कहा कि हमने देखा होगा कि कतर के एक योग कार्यक्रम में 114 देशों ने भाग लेकर इतिहाक बना दिया। उन्होंने अपने संबोधन के दौरान स्टार्टअप वर्ल्ड का भी जिक्र किया। मन की बात में उन्होनें चंद्र किशोर पाटिल का जिक्र किया, उन्होंने कहा कि उनका स्वच्छता को लेकर किया गया काम सराहनीय है। वह गोदावरी नदी में लोगों को कचड़ा फेंकने से रोकते हैं। उन्होंने कहा कि पाटिल जी का ये काम लोगों के लिए प्रेरणा है।
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