लंदन । ब्रिटेन की स्पेशल एयर सर्विस के एक जवान ने सीरिया में लगभग 900 मीटर की दूरी से सटीक निशाना लगाते हुए एक गोली से आईएसआईएस के पांच आतंकियों को मार गिराया। मारे गए आतंकियों में एक आईएसआईएस का शीर्ष कमांडर बताया जा रहा है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, स्पेशल एयर सर्विस एसएएस के इस सार्जेंट ने सीरिया में तैनाती के दौरान यह कारनामा किया। इस स्नाइपर ने सीरिया में जिहादी आत्मघाती हमलावर के विस्फोटकों से भरे जैकेट पर लगभग 900 मीटर की दूरी से सटीक निशाना लगाया। उस समय वह जिहादी एक कैमरे पर धमाके के पहले संदेश को रिकॉर्ड कर रहा था। गोली लगने से आत्मघाती जिहादी के जैकेट में धमाका हो गया। जिससे वहां मौजूद चार अन्य आतंकवादी भी मारे गए।
बताया गया है कि ब्रिटिश एसएएस के कमांडो कई दिनों से आईएसआईएस के इस सीक्रेट बम फैक्ट्री पर नजर बनाए हुए थे। नवंबर में उन्हें इस फैक्ट्री में कुछ ज्यादा ही संदिग्ध गतिविधियां दिखने लगी थीं। जिसके बाद ऐक्शन का फैसला किया गया। कमांडो की टीम ने इस फैक्ट्री में से पांच आतंकियों को बाहर निकलते हुए देखा। उनमें से एक आत्मघाती हमलावर को फिल्मा रहा था जो मुस्कुराते हुए कैमरे पर बातें कर रहा था। एसएएस के कमांडों ने तुरंत इसकी सूचना अपने बेस को दी कि उसके निशाने पर एक आत्मघाती हमलावर है। पहले यह योजना बनाई गई थी कि एक गोली से केवल उस हमलावर को मार दिया जाए, जिससे उसकी पहचान की जा सके। लेकिन, लक्ष्य की दूरी अधिक होने के कारण और हवा में अचानक हुए बदलाव से गोली उस आत्मघाती हमलावर के विस्फोटकों से भरे जैकेट पर जा लगी। जिसके कारण हुए घमाके में सभी पांचों आतंकवादी मारे गए।
ब्रिटिश आर्मी ने सुरक्षा कारणों से एसएएस के इस स्नाइपर के नाम का खुलासा नहीं किया है। रिपोर्ट में बताया गया है कि यह स्नाइपर .50 कैलिबर के रायफल का इस्तेमाल कर रहा था। इस रायफल को ब्रिटिश आर्मी के शस्त्रागार की सबसे शक्तिशाली हथियारों में गिना जाता है। बता दें कि ब्रिटिश सेना पिछले कई साल से स्थानीय कुर्दिश लड़ाकों के साथ मिलकर आईएसआईएस के खिलाफ जवाबी कार्रवाई कर रही है। ब्रिटेन की सेना .50 कैलिबर के रायफल का इस्तेमाल मुख्य रूप से विमान, कार, ट्रक और हल्के बख्तरबंद टैंकों जैसे बड़े लक्ष्यों को मारने के लिए करती है। इंसानों के ऊपर इस रायफल का प्रयोग काफी घातक होता है। इसके एक वार से इंसान के शरीर के चिथड़े उड़ जाते हैं।
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