नई दिल्ली । चीन की सीमा पर ज्यादा बेहतर और मुस्तैद तरीके से निगरानी के लिए आईटीबीपी को सात नई बटालियन चरणबद्ध तरीके से मिल सकती हैं। इस संबंध में प्रस्ताव केंद्र सरकार के पास विचाराधीन है। माना जा रहा है कि बजट में भी सीमा की निगरानी और सुरक्षा इंतजाम के लिए आवंटन किया जा सकता है। नई बटालियन का प्रस्ताव भी इसमे शामिल है। सीआरपीएफ ने भी नई बटालियन की जरूरत सरकार को बताई है। सूत्रों ने कहा चीन सीमा पर जिस तरह के हालात हैं। उसे देखते हुए करीब 25 अतिरिक्त बटालियन सीमा पर बेहतर निगरानी के लिए आईटीबीपी को मिलनी चाहिए। अलग अलग समय पर कई प्रस्ताव सरकार को भेजे गए हैं और आंतरिक बैठकों में ये मसला उठा है। अकेले अरुणाचल सीमा के लिए 12 बटालियन की अतिरिक्त जरूरत बताई जा रही है। सूत्रों ने कहा जिस तरह से चीन की एलएसी पर आक्रामकता बढ़ी है। उसे देखते हुए आईटीबीपी को अतिरिक्त बटालियन की सख्त जरूरत है। साथ ही अन्य आधारभूत संरचना को मजबूत करने की जरूरत है। सरकार भी लद्दाख की घटना के बाद से सीमा पर सभी तरह की जरूरतों का आकलन करके पुख्ता तैयारियों में जुटी है। इसकी वजह से अतिरिक्त बटालियन की जरूरत भी चरणबद्ध तरीके से पूरी करने की संभावना जताई जा रही है। सूत्रों ने कहा, सुरक्षा बलो में रिक्त पदों को भरने की कवायद भी तेज की जा सकती है। बड़ी संख्या में सभी बलो में पद खाली हैं। सुरक्षा रणनीति से जुड़े एक अधिकारी ने कहा कि चीन सीमा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता में है। सीमा पर आईटीबीपी की महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए सुरक्षा बल को अत्याधुनिक सुरक्षा उपकरणों से लैस करने की भी तैयारी है। इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस भी बढ़ाया जा रहा है।
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